निजीकरण के विरोध मे संयुक्त संघर्ष समिति का परीक्षा थर्मल पावर प्रोजेक्ट मे विरोध सभा का दूसरा दिन सफल रहा। संयोजक अंकित त्रिपाठी ने कहा विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति की नोटिस के अनुसार निजीकरण की दिशा में एक भी कदम बढ़ाया गया तो बिना और कोई नोटिस दिए उसी क्षण अनिश्चितकालीन आंदोलन प्रारंभ कर दिया जाएगा जिसमें पूर्ण हड़ताल भी सम्मिलित है। बहादुर साथियों! अपनी फौलादी एकता दिखाने का और शौर्य व बलिदान का इतिहास स्वर्णिम अक्षरों में लिखने का समय आ गया है। 21 सितंबर से केंद्रीय पदाधिकारियों के दौरे प्रारंभ हो रहे हैं। और इसी के साथ सभी कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों व अभियंताओं का क्रांतिकारी आह्वान है कि सरकार व पावर कारपोरेशन निजीकरण की दिशा में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम का विघटन कर ट्रांसफर स्कीम जारी करने और बिडिंग की प्रक्रिया शुरू करने की पहल करती है तो इसके पहले ही अनिश्चितकालीन आंदोलन और लाइटनिंग हड़ताल के लिए तैयार रहें। आइए हम सब संकल्प लें कि किसी भी स्थिति में उत्तर प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र का निजीकरण नहीं होने देंगे।