यूपी के कानपुर में रविवार को 1 दिन में कोरोना से 15 मरीजों की मौत हो गई। शहर में कोरोना विस्फोट के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगे हैं। वहीं कांशीराम ट्रामा कोरोना हॉस्पिटल में रविवार को जलकल कर्मी समेत चार कोरोना मरीजों की मौत हो गई। इंजीनियर पिता की मौत से बदहवास एक बेटी की दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है। ये तस्वीर प्रशासन की लापरवाही को पोल खोलती है। पिता की मौत पर बदहवास अलका दुबे कानपुर के डीएम ब्रह्मदत्त तिवारी के पैर पड़ रही थी। अलका दुबे का आरोप है कि कांशीराम ट्रामा कोरोना हॉस्पिटल में उनके पिता के इलाज में लापरवाही की गई है। जिसकी वजह से उनकी हालत बिगड़ी और फिर वक्त पर वेंटिलेटर नहीं मिलने से उनकी मौत हो गई। इस बेटी के पिता राजीव दुबे जल संस्थान में इंजीनियर थे। पहले उनके जीएम को कोरोना हुआ फिर उनसे कई कर्मचारियों को। उन्हीं में एक उनके पिता थे। अलका का आरोप यह भी है कि जीएम साहब को इलाज की बढ़िया सुविधा मिली, लेकिन उनके पिता के इलाज में व्यवस्था आड़े आ गई। बाद में कोरोना टेस्टिंग में मृतक इंजीनियर के दोनों बेटे और पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव आई गई हैं, जिसके बाद उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि डीएम साहब का दावा है कि इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गई।