बिलग्राम, हरदोई। बरसात का मौसम आते ही गंगा किनारे बसने वाले तमाम लोगों के लिए परेशानी और मुसीबत के दिन शुरू हो गए हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बरसात प्रारंभ होते ही गंगा में कटान शुरू हो गया है। गंगा किनारे बसे ग्राम मक्कूपुरवा से सट कर गंगा नदी बह रही है, जिससे पूरे वर्ष भर की पाई पाई जोड़ कर बनाई ग्रहस्थी को अपनी आंखों से लोग उजड़ते देख रहे हैं। वहीं अगर बात की जाए गंगा जी के पास बसे गांव मक्कू पुरवा, निहाल पुरवा, गुलाब पुरवा हैं, मक्कू पुरवा निवासी बसंत लाल देशराज मनोज दिनेश राकेश आदि लोगों ने बताया कि हम लोग कटान के कारण अपने घर अपने हाथों से तोड़ रहे हैं। इन लोगों ने आगे बताया कि हर वर्ष हम लोगों को अपने मकान तोड़ने पढ़ते हैं। बसंत लाल पुत्र श्री कृष्ण ने बताया कि हमने अपना दो मंजिला मकान तोड़ दिया, जिससे खिड़की दरवाजे ईट और लोहा को सुरक्षित रखकर कहीं और अपना बसेरा बना सकें। ग्राम वासियों ने बताया कि अभी तक शासन प्रशासन से कोई सहायता नहीं मिली है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गंगा में बाढ़ के आने से और कटान विभीषिका बढ़ गई है। जिससे ग्राम वासियों और डर सताने लगा है। गांव वालों का कहना है कि जिस तेजी से कटान हो रहा है। उससे अपने परिवारों को बचाना भी है और उनके लिए कोई सुरक्षित ठिकाना ढूंढना है। जहां पर वह अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें। वही आगे ग्राम वासियों ने शासन प्रशासन पर निकाली अपनी भड़ास निकाली कहा कि प्रशासन की तरफ से अधिकारियों की बात छोड़ो, लेखपाल तक नहीं आते है।