1971 Indo-Pak War: 'परमवीर' Albert Ekka ने Bangladesh की आजादी का बनाया था 'रास्ता' | वनइंडिया हिंदी

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It was on the intervening night of December 3 and 4, 1971, when Lance Naik Albert Ekka and his men of the 14 Guards Regiment of the Indian Army made the supreme sacrifice while defending the nation against the forces of Pakistan, in the process saving Agartala from a foreign invasion. The battle which safeguarded Agartala, took place near Gangasagar railway station, 7 Km from the state capital in 1971. LN Ekka was posthumously awarded India’s highest gallantry award the Param Vir Chakra (PVC).

भारतीय सेना अधिकारियों और जवानों ने दुश्मन देशों द्वारा थोपे गए सभी युद्धों में वीरता का जबरदस्त उदाहरण पेश किया। 1971 की लड़ाई में अल्बर्ट एक्का ने बहादुरी की वो मिसाल पेश की जो आज भी करोड़ों भारतीयों के आदर्श हैं।1971 की लड़ाई जब शुरू हुई तो भारतीय सेना पूर्वी और पश्चिमी दोनों मोर्चों पर लड़ रही थी। बांग्लादेश में दाखिल होने के लिए गंगा सागर की लड़ाई बेहद अहम थी। एक्का की बटालियन 14 गार्ड्स को गंगासागर में पाकिस्तानी मोर्चे को नाकाम करना था।

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