कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए हाल फिलहाल स्कूल पूरी तरह से बंद है। फिर भी सरकार या कोर्ट के कतिपय आदेश के नाम पर स्कूल संचालकों द्वारा ट्यूशन फीस के नाम पर पालकों को परेशान किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉक डाउन से जहां कई लोगों की नौकरियां जा चुकी है वहीं अनेक लोगों के व्यापार भी पूरी तरह से ठप हो गए हैं। ऐसे में बिना स्कूल गए बच्चों की हजारों रुपए फीस भरना पेरेंट्स के लिए काफी दुष्कर हो चला है। शासन प्रशासन की ढिलपोल नीतियों के कारण स्कूल संचालक पालकों पर फीस के लिए दबाव बनाने लगे हैं। ऐसे में अपने बच्चों को सीबीएससी स्कूल में पढ़ाने वाले पेरेंट्स की हालत काफी खराब हो चुकी है क्योंकि लगभग सभी दूर से पैसों की आवक ठप पड़ी हुई है। फिर भी स्कूल संचालकों द्वारा पूरी फीस वसूलने के लिए मैसेज एवं व्हाट्सएप के माध्यम से या फिर ईमेल के माध्यम से पालको को फीस भरने के लिए कहा जा रहा है। इस मामले में इंदौर में अनेक स्कूलों के बाहर पालक प्रदर्शन भी कर चुके हैं। ऐसा ही एक मामला सोमवार को साउथ इंडियन कल्चरल एसोसिएशन द्वारा स्कीम नंबर 78 में संचालित सिका स्कूल को लेकर सामने आया। जहां पेरेंट्स ने नो स्कूल नो फीस की गुहार लगाते हुए स्कूल संचालकों से फीस नहीं मांगने की बात कही। पेरेंट्स ने कहा कि पहली से पांचवी कक्षा तक के बच्चों की ऑनलाइन क्लासेस पूरी तरह से प्रतिबंधित है फिर भी स्कूल द्वारा उनकी फीस भी मांगी जा रही है। वही ऑनलाइन क्लासेस एवं स्कूल में आकर पढ़ाई करने में काफी अंतर रहता है।