सीजेडए से मांगी स्वीकृति
मौसमी को लाने की अनुमति मांगी
जवाब का है इंतजार
जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में शेरों के घर को आबाद करने की कोशिशें फिर से शुरू कर दी गई हैं। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से यहां मौसमी को लाया जाएगा इसके लिए वन विभाग ने सीजेडए से स्वीकृति मांगी है। सीजेएडए से स्वीकृति मिलते ही बिलासपुर जू से दो साल की शेरनी मौसम को यहां लाया जाएगा। बदले मे उन्हें एक जोड़ा भेडि़या दिया जाएगा। सीजेएड की गाइडलाइंस के मुताबिक एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत वन्यजीवों का आदान प्रदान करना होता है। जयपुर जू के पास काफी संख्या में भेडि़ए हैं जो कि दुर्लभ है। एेसे में बिलासपुर जू से एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत उन्हें भेडि़ए का एक जोड़ा दिया जाएगा और बदले में मौसम को लिया जाएगा। जयपुर जू ने स्वीकृति के लिए सीजेडए को पत्र भी लिखा है और जवाब का इंतजार है। यदि स्वीकृति मिल जाती है तो मौसम की जोड़ी शेर तेजस और त्रिपुर के साथ बनाई जाएगी।
गौरतलब है कि नाहरगढ़ बायो पाक्र में अभी चार शेर शेरनी है इनमें तीन भाई बहन तेजस, त्रिपुर और तारा है। तारा का जोड़ीदार पहले ही जोधपुर से आ चुका है जिसका नाम कैलाश है जबकि तेजस और त्रिपुर अभी अकेले हैं। जिनके साथ मौसमी की जोड़ी बनाई जाएगी।
हो चुकी है कई वन्यजीवों की मौत
गौरतलब है कि नाहरगढ़ बायो पार्क में पिछले कुछ माह में कई वन्यजीवों की मौत हो चुकी हैं। इसमें बिग कैट फैमिली के वन्यजीव भी शामिल हैं। १० जून को बिग कैट फैमिली के शेर सिद्धार्थ और रूद्र की मौत हो चुकी है। इससे पूर्व भी शेरनी सुजान, शावक रिद्धि, सफेद बाघिन सीता की मौत हो गई थी।