आगरमालवा जिले में गत दिवस राजस्थान के झालावाड़ जिले की ओर से आए टिड्डी दल ने पड़ाना, गुजरखेड़ी एवं धरोला में रात्रि विश्राम किया। टिड्डी दल चार किलोमीटर लम्बा एवं डेढ़ किलोमीटर आकार में पेड़ो पर खेजडी, बबूल, नीम, पीपल, इमली आदि पेड़ो पर तथा ग्राम धरोला की बस्ती में पेड़ो पर बहुत अधिक संख्या में बैठी पाई गई। कलेक्टर अवधेश शर्मा के मार्गदर्शन में उक्त टिड्डी दल पर नियंत्रण हेतु बुधवार को सुबह 5.00 बजे उपसंचालक कृषि आर.पी.कनेरिया एवं कृषि वैज्ञानिक आर.पी.एस.शक्तावत की उपस्थिति में फायर ब्रिगेड, ट्रेक्टर चलित स्प्रेयर पम्प से क्लोरापायरीफास 20 ई.सी. दवाई का उपयोग कर टिड्डीयो को मारने का नियंत्रण किया गया। जो शेष टिड्डी दल बचा था, वह ढ़ाबला सोनगरा होते हुए राजगढ़ जिले के विकासखण्ड जीरापुर के ग्रामो में प्रवेश कर गई। इस अवसर पर उप परियोजना संचालक आत्मा श्री के.आर.सालमी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.सी. राठौर, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री रायसिंह मोर्य, बी.टी.एम नलखेड़ा वेदप्रकाश सेन एवं बी.टी.एम. बड़ौद हेमराज तोमर, पटवारी तथा ग्रामीणजन मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि जिले टिड्डी दल प्रवेश पर कृषको और ग्रामीणजन द्वारा थाली व टिन के डिब्बे बजाकर भगाने की कार्यवाही की जा रही है। साथ ही कृषि विभाग एवं संबंधित विभाग के अमले द्वारा टिड्डी दल के बारे में जानकारी मिलते ही तुरंत उस पर नियंत्रण हेतु कार्यवाही की जा रही है। जिले के किसान भाईयो से अपील है कि यदि भविष्य में किसी भी क्षेत्र में टिड्डी दल दिखाई देता है तो सम्बंधित क्षेत्र के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी को अवगत कराएं।