अमेठी. सरकार मजदूरों की मदद के लिए बड़े-बड़े दावे कर रही है। मुफ्त में राशन देने से लेकर नौकरी देने तक की बातें हो रही है। लेकिन जमीनी हकीकत सरकारी दावों का सच उजागर कर रहा है। जिले के अमेठी संग्रामपुर ब्लाक अंतर्गत मिश्रौली ग्राम सभा के मनरेगा जॉब कार्ड धारक करीब 49 मजदूरों को पिछले एक महीने से लगातार काम करने के बावजूद भुगतान नही हुआ है। सवाल ये है के जब कामगारो को काम का पैसा नही मिल रहा तो प्रवासी मजदूरो को नौकरी देकर पैसे कैसे मिलेगे? जी हां ये हकीकत मोदी सरकार की असरदार मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र की है। अमेठी तहसील के संग्रामपुर ब्लाक अंतर्गत मिश्रौली ग्रामसभा के मनरेगा जॉब कार्ड धारक 49 मजदूरों का कहना है कि हम लोग पिछले 1 महीने से लगातार काम कर रहे हैं लेकिन हमको भुगतान नहीं किया गया है। ऐसे में हमे अपने परिवार को जिंदा रखने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। मजदूर बुधराम पाल, रामभरोस, अमरावती और विनती ने बताया कि एक तरफ काम किया गया है पैसा नही मिल रहा है और दूसरी तरफ खाने पीने तथा रसद सामग्री के लिए पैसे भी नही है। इसीलिए हम लोग काम बंद करके धरने पर बैठे हुए हैं। पिछले 1 महीने से पैसा नहीं मिला ऐसे में हम लोग अपने बच्चों को कैसे पालें? मजदूरो का कहना है कि मुख्य प्रधान जो हैं वह कभी दिखाई ही नहीं पड़ते हैं प्रधान प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे लोग ही आते हैं और वह लगातार आश्वासन देते हैं कि पैसा लगा दिया गया है। लेकिन अभी तक पैसा मिला नहीं है। ऐसे काम करने से फायदा ही क्या जब पैसा ना मिले। पिछले 26 अप्रैल से हम लोग लगातार काम कर रहे हैं।