दिल्ली के हजरत निजाम्मुद्दीन मरकज से कस्बे में आई तब्लीगी जमात के लोगों का क्वारंटाइन पूरा होने के बाद चेयरमैन हाजी वाजिद हसन ने जिलाधिकारी कार्यालय से परमिशन मिलने के बाद अपने खर्च से बसों का इंतजाम कर उन्हें बैठाकर उनके घरों को रवाना किया। कोरोना वायरस को लेकर देश में लॉकडाउन लगाया गया था। मामले में तब्लीगी जमात के प्रमुख हजरत निजाम्मुद्दीन मरकज के अमीर मौलाना साद पर तब्लीगी जमात के लोगों को मरकज में एक जगह इकट्ठा होने के आरोप लगे थे, जिसके चलते पुलिस प्रशासन ने तब्लीगी जमात के लोगों के सैंपल लेकर उन्हें क्वारंटाइन कर दिया था। हजरत निजाम्मुद्दीन मरकज से कस्बे में भी उड़ीसा, छत्तीसगढ़, पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र से तब्लीगी जमात के दो दर्जन से भी अधिक लोग आए थे। पुलिस प्रशासन ने तब्लीगी जमात के लोगों के सैंपल लेकर उन्हें कस्बे के श्री चंदन लाल नेशनल इंटर कालेज में क्वारंटाइन कर दिया गया था। तब्लीगी जमात के लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने और क्वारंटाइन का समय पूरा होने पर चेयरमैन हाजी वाजिद हसन ने जिलाधिकारी जसजीत कौर से मिलकर जमात के 26 लोगों को उनके घरों को भेजने की मांग की थी। चेयरमैन हाजी वाजिद हसन की मांग पर जिलाधिकारी जसजीत कौर ने जमात के लोगों को उनके घरों को भेजने की परमिशन दे दी थी। बुधवार की शाम को चेयरमैन हाजी वाजिद हसन ने अपने रूपयों से बसों का इंतजाम कर जमात के लोगों को बसों में बैठाकर उनके घरों को रवाना किया।