कोराना महामारी के चलते ढोली दमामी समाज के सामने रोजी रोटी का संकट आन खड़ा हुआ है। ढोली दमामी नगार बारेठ आदि नामों से पुकारी जाने वाली समाज जिनकी जिले में लगभग संख्या 10 हजार के आसपास है। जो अब तक विवाह एवं मांगलिक कार्यक्रमों में ढोल बैंड नगाड़े संगीत का कार्य कर अपना व अपने परिवार का पेट पालते थे। परंतु कोराना महामारी एवं लॉक डाउन के चलते सभी मांगलिक कार्य बंद होने की वजह से समाज के सामने रोजी रोटी के साथ आर्थिक संकट भी आने लगा है। जिसको लेकर ढोली दमामी समाज कल्याण समिति द्वारा आर्थिक सहायता की मांग को लेकर कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन नायब तहसीलदार प्रशस्ति सिंह को जिसमें यह मांग की गई थी लॉक डाउन के चलते मांगलिक कार्य बंद होने की वजह से ढोली दमामी समाज के घरों में अब भूखे मरने की नौबत आ गई है। अतः आर्थिक सहायता कर राहत प्रदान की जाए।