अमेठी. मौका था किसान नेता हत्याकांड के वर्क आउट का। जिले की एसपी से लेकर मातहत अधिकारी और सिपाही दरोगा सब मौजूद थे। किसान नेता प्रमोद मिश्रा को मौत की नींद सुलाने वालों को पुलिस के जवान एसपी के समक्ष लेकर आए। सामने मीडिया कर्मी मौजूद थे। सबके सामने एसपी स्वयं मीडिया ब्रीफिंग कर रही थी। पुलिस किसान नेता की हत्यारोपियों तक 48 घंटे में ही पहुंच गई थी इसलिए बड़े से लेकर छोटा हर पुलिस कर्मी गदगद था। और इस वाह वाही को लूटने के लिए पुलिस की नाक के नीचे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गई।