अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर प्राइवेट बसों में किराया देकर वापस अपने घरों को लौट रहे हैं। प्राइवेट बसों में प्रवासी मजदूरों से हजारों रुपए किराया भी वसूला गया। लाॅक डाउन लगने के बाद अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रोडवेज बसों की व्यवस्था कराने के निर्देश दे रखें। लेकिन कुछ मजदूरों को अभी भी रोडवेज बसों की सुविधा नहीं मिल पा रही हैं। जिस कारण या तो प्रवासी मजदूर पैदल चलने को मजबूर हैं या अन्य किसी प्राइवेट वाहन में किराया देकर वापस अपने घर लौट रहे हैं। रविवार को कुछ प्राइवेट बसों में सवार होकर प्रवासी मजदूर कैराना स्थित यूपी हरियाणा बॉर्डर पर पहुंचे। मजदूरों से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि वें जम्मू व लुधियाना से प्राइवेट बसों से बिहार लौट रहें हैं। प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उन्हें बिहार जाना हैं और उन्होंने यह प्राइवेट बस खुद बुक की हैं। जिसमें एक व्यक्ति से 3500 रुपए किराया लिया गया है।