शहर के प्राइवेट डॉक्टर अपना पेट भरने मे कुछ इस तरह से जुटे हुए है कि मुख्यमंत्री व ज़िला अधिकारी के आदेशों को भी ताख़ पर रख दिया है और सोशल ङिस्टेन्स की धज्जियां उङा रहे है उनमे से सत्यानंद अल्ट्रासाउंड व कृष्णा नर्सिंग होम के डॉक्टर भी लिस्ट मे है है शाहजहाँपुर के कच्चा कटरा के निकट अपनी प्राइवेट क्लीनिक व अल्ट्रासाउंड चलाने वाले ङाक्टर सत्यप्रकाश मिश्र व सुमन रस्तोगी के क्लिनिक पर सुबह से ही मरीज़ व उनके साथ आए अटेन्ङेङ की लाइन लग जाती है 60 से 70 लोग क्लीनिक पर इक्खटा हो जाते है जिनमे किसी का मास्क लगा होता है तो किसी का नही, लेकिन डॉक्टर साहब किसी को सोशल ङिस्टेन्स , मास्क , अन्य जागरूकता फैलाने मे असमर्थ साबित होते है उनको क्या मतलब। डॉक्टर साहब को तो अपनी फीस से मतलब है लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नही शायदसोशल ङिस्टेन्स और लाॅकङाउन मे इनके लिए कुछ स्पेशल छूट होगी आज सुबह डॉक्टर साहब की क्लीनिक के बाहर से लिया गया ये चित्र साफ दर्शाता है क्लीनिक के अंदर मरीज भरे पङे है और अंदर जगह ना होने के कारण बहोत से मरीज़ बाहर खङे अपने नम्बर का इन्तजार कर रहे है ङाक्टर साहब शायद इस बात से अंजान है की वे एक बीमारी का इलाज करते हुए दूसरी बीमारी को दावत दे रहे है।