कोरोना प्रकोप के चलते लगे लाॅक डाउन में उत्तर प्रदेश के हजारों प्रवासी मजदूर हरियाणा पंजाब व राजस्थान में फंस गए थे। प्रवासी मजदूरों के पास पैसे न होने के कारण मजदूर भूखे प्यासे अपने घरों को पैदल लौटने को मजबूर थे। जिसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को लाने के आदेश दिए। वहीं शनिवार से हरियाणा रोडवेज की बसों के द्वारा प्रवासी मजदूरों का कैराना के राधा स्वामी सत्संग भवन में बनाए गए शेल्टर होम में आना जारी हैं। जहां से प्रशासन द्वारा प्रवासी मजदूरों को सूचीबद्ध कर व थर्मल स्कैनिंग के बाद यूपी रोडवेज की बसों के द्वारा उनके गृह जनपद भेजा जा रहा हैं। पलायन की धरती के लिए बदनाम रहें कैराना में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने थके हारे प्रवासी मजदूरों की भूख का एहसास करते हुए जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना ताहिर हसन के नेतृत्व में करीब 4000 प्रवासी मजदूरों के लिए खाना तैयार किया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रोजे की हालत में प्रवासी मजदूरों के लिए खुद खाना बनाया तथा शेल्टर होम व बसों में पहुंचकर प्रवासी मजदूरों को खाना बांटा। मौलाना ताहिर हसन ने बताया कि जिस तरह रोजे की हालत में भूखे प्यासे रहकर भूख का एहसास किया जाता हैं। इसी को देखते हुए उन्होंने प्रवासी मजदूरों की भूख का एहसास किया और उनके लिए खाना तैयार किया।