कोरोना से लोहा लेने में भले ही डॉक्टर, नर्सिंगकर्मी और पुलिसकर्मी सबसे आगे खड़े हों, लेकिन लॉकडाउन को सफल बनाने और शहरवासियों तक घर बैठे सभी सुविधाएं पहुंचाने में जुटे जिला प्रशासन का योगदान भी किसी से कम नहीं है।
कोरोना महामारी के संकट के समय जहां डॉक्टर, पुलिस जैसे कोरोना वॉरियर फ्रंट पर आकर कार्य कर रहे हैं, वहीं कलेक्ट्रेट के कमरा नंबर चार में बना जिला प्रशासन का वॉर-रूम न केवल राशन, भोजन तक की समस्याओं के समाधान तक सीमित है बल्कि बिजली, पानी, पशुपालन, चिकित्सा के संबंध में आ रही विभिन्न समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है।
जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम पर दिनभर में भोजन, राशन, पानी से संबंधित सैकड़ों कॉल प्राप्त हो रही है जिसका जिला प्रशासन के कोरोना वॉरियर्स की ओर से मौके पर जाकर समाधान किया जाता है। जिला प्रशासन ने रसद, चिकित्सा, नगर निगम, पानी, बिजली, पशुपालन से संबंधित प्राप्त विभिन्न शिकायतों में से अब तक 12000 से भी ज्यादा समस्याओं का निस्तारण करने में सफलता प्राप्त की है। हाल ही के दिनों में कुछ ?से ही उदाहरण सामने आए हैं।