जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में फीस बढ़ोतरी को लेकर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बीच अब इस मामले में जेएनयू प्रशासन का बयान भी सामने आया है. जेएनयू प्रशासन का कहना है कि यूनिर्विसिटी को 45 करोड़ का घाटा हो रहा है और घाटा बड़े पैमाने पर दिए जा रहे बिजली और पानी के शुल्क की वजह से है. इसके अलावा शिक्षकों की सैलरी देने के चलते भी यूनिर्विसिटी को नुकसान उठाना पड़ रहा है