लड़ेंगे हम हारेगा कोरोना, इस उक्ति को इंदौर के राजेश कुमार आसावरा ने सही साबित कर दिया है। दरअसल राजेश को 26 मार्च को गले में खराश की समस्या महसूस हुई थी। उन्होंने एमआरटीबी अस्पताल में परामर्श लिया जहां उन्हें होम क्वॉरेंटाइन रहने के निर्देश दिए गए। इसके बाद 29 मार्च को एमआरटीबी अस्पताल से राजेश के पास कॉल आया तथा उन्हें अस्पताल बुलाया गया। जब वे वहां पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि उनकी कोरोना सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हुई है। अतः उन्हें आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया। राजेश का कहना है कि कोरोना के इलाज के दौरान जब वे हताश महसूस करते थे, तो डॉक्टर, नर्स और समस्त मेडिकल स्टाफ उनका उत्साह बढ़ाता था और उन्हें प्रेरित करता था कि करोना को हराना है और इस लड़ाई में उन्हें जीतना है। उन्होंने विशेष तौर पर एमजीएम कॉलेज की डीन डॉ. ज्योति बिंदल, सुपरिटेंडेंट डॉक्टर पीएस ठाकुर, डॉक्टर दीपक बंसल, डॉक्टर भार्गव आदि का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने बताया की इलाज के दौरान सभी डॉक्टर्स ने उनका बहुत सहयोग किया। उन्होंने सभी को बहुत बधाई दी कि, वे कोरोना से जूझ रहे मरीजों की इतनी अच्छी तरह से देखभाल कर रहे हैं तथा इस सेवा कार्य में स्वयं की भी चिंता नहीं कर रहे। राजेश कुमार ने इंदौर वासियों को भी संयम बरतने तथा सही समय पर सही उपचार लेने का आग्रह किया है। संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने स्वस्थ हुए राजेश को शुभकामनाएं दी और कहा है कि यह एक नज़ीर की तरह है हम सबके लिए।