जनपद शामली के कस्बा कांधला क्षेत्र निवासी कोरोना संदिग्ध मरीज ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते जिला अस्पताल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मरीज को गत 30 मार्च को जिला अस्पताल में कोरोना वायरस के लक्षण होने के चलते भर्ती किया गया था। जिसकी जांच करते हुए नमूने मेरठ के लिए भेजे गए थे, लेकिन गुरुवार को संदिग्ध मरीज ने जिला अस्पताल परिसर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जनपद शामली के कस्बा कांधला क्षेत्र निवासी कर्मवीर एक 40 वर्षीय व्यक्ति को कोरोना वायरस के लक्षण होने के चलते जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। जहां गत 30 मार्च को मरीज की जांच करते हुए नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए थे।लेकिन बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते मरीज मानसिक रूप से परेशान था। आए दिन चिकित्सकों द्वारा मधुर व्यवहार नहीं किया जा रहा था और उसी के चलते गुरुवार को पीड़ित मरीज ने जिला अस्पताल में बनाए गए क्वॉरेंटाइन वार्ड में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मरीज द्वारा आत्महत्या किए जाने से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया सूचना पर जिला अधिकारी जगजीत कौर और पुलिस अधीक्षक विनीत जयसवाल सहित आला अधिकारी मौके पर पहुचे, जहां से मरीज के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मरीज द्वारा फांसी लगाकर की गई।आत्महत्या से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आती है।जिस कारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा मीडिया कर्मियों को भी अंदर नहीं घुसने दिया गया और ना ही किसी प्रकार की जानकारी दी गई। जिला अधिकारी जगजीत कौर ने बताया कि मरीज को कोरोना वायरस के लक्षणहोने के चलते भर्ती किया गयाथा जिसके बाद उसकी जांच के नमूने मेडिकल परिक्षण के लिये भेज दिये थे। परीक्षण के बाद हीकरोनो की बात कही जा सकती है।