कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी का हाथ थामने वाले ज्योतिराज सिंधिया को भाजपा ने राज्यसभा के लिए अपना प्रत्याशी घोषित किया है।सिंधिया के भाजपा से जुड़ने के बाद जहां प्रदेश की राजनीति में बदलाव का अनुमान लगाया जा रहा है वही सिंधिया सर्मथक इसे सकारात्मकता की ओर कदम बढ़ाना करार कर रहे है। ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनसे कई अहम मुद्दों पर एमपीसीए के सदस्य प्रसून कनमड़ीकर ने Bulletin से खास बातचीत की। उन्होंने बताया कि उनका परिवार तीन पीढ़ी से सिंधिया परिवार से जुड़ा हुआ है।दादा, पिता के बाद अब वे भी सिंधिया परिवार से जुड़ चुके है और ज्योतिरादित्य सिंधिया की विचारधारा से अभिभूत है।हाल ही में भोपाल का एक किस्सा सुनाते हुए प्रसून कनमडीकर ने बताया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही राजघराने से आते हैं लेकिन उनका व्यक्तित्व बेहद सरल है। वे एक छोटे से कार्यकर्ता का भी ध्यान रखते है, खास तौर पर पीड़ित, शोषित वर्ग की परेशानियों को दूर करने की विचारधारा रखते है, ऐसी ही चीज हम जैसे युवाओं को उन से जोड़ती है।उन्होंने कहा कि सिंधिया राजनीति को जन सेवा का माध्यम मानकर राजनीति से जुड़े हुए हैं। जनसेवा ही उनका ध्येय है और राजनीति उस ध्येय को पाने का मार्ग है। प्रसून कनमडीकर ने कहा कि जिस तरह सिंधिया ने एमपीसीए के प्रशासक की भूमिका को बखूबी निभाया है ऐसे ही वे राजनीति के भी पारंगत है और भाजपा से जुड़ने पर सिंधिया के नेतृत्व क्षमता का फायदा भाजपा को जरूर मिलेगा।