गोंडा असाध्य रोगों का बहाना दिखाकर बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों का अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण के भारी भरकम आवेदन आने से फर्जीवाड़े के आशंका के मद्देनजर शासन ने जनपद स्तर पर सीएमओ की अध्यक्षता में मेडिकल बोर्ड गठित कर असाध्य रोगों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन व मेडिकल चेकअप कराना अनिवार्य होगा। मेडिकल बोर्ड के सत्यापन के बाद ही शिक्षकों का अन्तर्जनपदीय स्थान्तरण का आवेदन स्वीकृत होगा। बेसिक शिक्षा विभाग में गैर जनपद से जिले में तैनात करीब 3 हजार शिक्षकों में जिनका कार्यकाल 3 साल पूरा हो गया है l ऐसे 400 शिक्षको ने अन्तर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए आवेदन किया है। इसके लिए अध्यापकों द्वारा विभिन्न असाध्य रोगो व असहाय होने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया गया है। इतने बड़े पैमाने पर असाध्य रोगों से पीड़ित शिक्षकों का आवेदन पत्र आने के बाद विभाग सकते में आ गया है। खुद विभाग के जिम्मेदार इन असाध्य रोगों के प्रमाण पत्र में फर्जीवाड़ा होने का आशंका व्यक्त कर रहे हैं। जिसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने सीएमओ की अध्यक्षता में गठित मेडिकल बोर्ड के समक्ष ऐसे अधयापक जिन्होंने 30 जनवरी से 1 फरवरी के बीच आवेदन किया है, वह बोर्ड के समक्ष उपस्थित होकर असाध्य व गंभीर रोगों के प्रमाण पत्र प्रस्तुत करेंगे। इसके लिए बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को अपने अपने विकासखंडों में असाध्य रोग से पीड़ित शिक्षकों को अपने स्तर से मेडिकल बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत होने के निर्देश दें।