देवास: जैन समाज के सिर्फ 4 घर और 300 साल में हुआ पंच कल्याणक महोत्सव

Bulletin 2020-02-15

Views 34

देवास से करीब 40 किमी दूर नगरनुमा एक गांव है गंधर्वपुरी। आबादी दस हजार के करीब है और इसमें भी दिगंबर जैन समाज के मात्र चार घर। लेकिन इन चार घरों ने चार माह में ऐसा कीर्तिमान रचा जो इतिहास में दर्ज हो गया। चार माह में तीन सौ साल पुराने मंदिर का जीर्णोद्धार करवाकर प्राण प्रतिष्ठा संपन्न करवाई। 300 वर्ष के इतिहास में पहली बार पाषाण को भगवान बनाने की ये कला 1008 श्री मज्जिनेंद्र जिन बिंब पंचकल्याणक प्राण प्रतिष्ठा, विश्व कल्याण कामना महायज्ञ एवं भव्यतिभव्य रथ परिक्रमा महोत्सव का आयोजन हुआ। खास बात यह रही कि हिंदू भक्तों के साथ मुस्लिम जनों ने आयोजन में सहयोग किया और सद्भाव की मिसाल पेश की। ब्रह्मचारी तरुण भैया के अनुसार आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज के आशीर्वाद से उपाध्याय मुनि विप्रणत सागर के सान्निध्य में यह आयोजन हो रहा है। गंधर्वपुरी ने इतिहास रचा है। गांव के भक्तों का कहना है कि हमने कभी अपने जीवन में नहीं सोचा था कि हमारे नगर में ऐसा होगा। हमारे गांव के बेटे ब्रह्मचारी तरुण भैया की मेहनत रंग लाई है। यह भारत का पहला पंच कल्याण प्रतिष्ठा महोत्सव है जहां गांव के हिंदू-मुस्लिमों का सहयोग मिला। आयोजन के पहले दिन से पूरा गांव कार्यक्रम की तैयारियों में जुटा रहा।

Share This Video


Download

  
Report form
RELATED VIDEOS