पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने अमित शाह के कहने पर प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल किया था। अब अगर उन्हें जदयू में रहना है, तो पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों को मानना पड़ेगा। बिहार में भाजपा और जदयू गठबंधन सत्ता में काबिज है। प्रशांत किशोर लगातार नागरिकता कानून (सीएए) और नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ बयान दे रहे हैं। वहीं, पवन वर्मा दिल्ली में भाजपा से गठबंधन का विरोध कर रहे हैं। नीतीश के बयान पर प्रशांत किशोर ने बिहार पहुंचकर जवाब देने की बात कही है।