इंदौर कई मामलों में दूसरे शहरों से अव्वल है लेकिन बायपास पर स्थित नेशनल हाईवे का टोल टैक्स नाका शहर की व्यवस्थाओं की अच्छाई पर काला धब्बा साबित हो रहा है। दरअसल हाल ही में लागू की गई फास्ट टैग की व्यवस्था के बाद यहां शहर की जनता की परेशानी बढ़ गयी है। जिन वाहनों में फास्ट टैग लगा है उनमे यह ठीक से काम नहीं करता और जिन्होंने नहीं लगवाया है, उन्हें इंदौर से जाने और इंदौर आने के लिए एक 1 किलोमीटर की लाइन में लगना पड़ रहा है।खासकर स्थानीय लोगों के अलावा नगद राशि चुका कर जाने वालों के लिए टोल पर मात्र एक ही लाइन है जबकि आने और जाने वाली तीन तीन लाइने खाली पड़ी रहती हैं। ऐसी स्थिति में FASTag की व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लग रहा है। नेशनल हाईवे के अधिकारियों और टोल प्रबंधकों की आर्थिक साझेदारी होने के कारण इस ओर कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है। नतीजतन यहां से गुजरने वाली शहर की जनता यहां रोज ही परेशानी झेलने को मजबूर है।