मध्य प्रदेश के अधिकांश शहरों में इन दिनों शहर वासियों को कड़कड़ाती सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। साल 2020 की शुरुआत भी कोल्ड डे से हुई है। बढ़ती ठंड में बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए एक तरफ जहां शीतकालीन अवकाश देने की मांग की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ इंदौर कलेक्टर ने तेज ठंड में भी बच्चों को शीतकालीन अवकाश देने से साफ इंकार किया है।कलेक्टर का कहना है कि ठंड के मौसम में ठंड तो पड़ती ही है लेकिन अभी इतनी ठंड भी नहीं है कि बच्चों के स्कूलों की छुट्टी की जाए। गौरतलब है कि प्रदेश में देवास, रतलाम, नीमच, और उज्जैन जैसे कई शहरों में 5 जनवरी तक प्राइमरी स्कूल के बच्चों को अवकाश दिया गया है लेकिन इंदौर में ना तो शीतकालीन अवकाश को बढ़ाया गया है और ना ही बच्चों के स्कूल के समय में किसी तरह का बदलाव किया गया है।