वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
१० जुलाई, २०१७
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
इस विडियो में आचार्य जी, भागवत पुराण की एक कथा का मर्म समझाते हैं जिसमें ये उल्लेख है कि एक बार एक गरीब ब्राह्मण ने अर्जुन से भिक्षा मांगी। अर्जुन ने उसे बहुत सारा सोना और एक बहुमूल्य हीरा दिया, लेकिन वो दुर्भाग्यवश उस ब्राह्मण से खो गया। जब उसने पुनः भिक्षा मांगी तो अब की बार अर्जुन के पास ही में श्रीकृष्ण बैठे थे, उन्होंने उसे दो पैसे दे दिए। कहानी कहती है, भाग्यवश अब उसे अपना सारा खोया हुआ धन, जो उसे अर्जुन से भेंटस्वरूप मिला था, वो पुनः मिल गया और वो प्रसन्न हो गया।
प्रसंग:
गरीब कौन है?
गरीबी से डर क्यों लगता है?
गरीबी कैसे दूर करें?
भिखारी होने का क्या आशय है?
असली भिखारी कौन है?
कबीर गरीब किस को कह रहे हैं?
अमीर गरीब में क्या भेद है?
संगीत: मिलिंद दाते