वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
३ अगस्त २०१४,
अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
पौड़ी:
( जपुजी साहिब, नितनेम )
संजोगु विजोगु दुइ कार चलावहि लेखे आवहि भाग |
प्रसंग:
जीवन को जीने का सही तरीका क्या है?
जीवन के किन दो तरीकों की बात की जा रही है?
क्या कई तरीके से जीवन जी सकते हैं?