वॉशिंगटन. अमेरिकी संसद में गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के मानवाधिकार हालात पर सुनवाई हुई। इसमें स्तंभकार (कॉलम्निस्ट) सुनंदा वशिष्ठ ने भारत का पक्ष रखा। सुनंदा ने कहा कि कश्मीर तब से इस्लामिक स्टेट (आईएस) जैसे आतंक का सामना कर रहा है, जब पश्चिमी देशों को आतंक के बारे में पता भी नहीं था। उन्होंने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक साख काफी ऊंची है। हमने पंजाब और पूर्वोत्तर राज्यों में आतंकवाद को हराया है। अब समय है कि कश्मीर के आतंकवाद को हराने के लिए नई दिल्ली को मजबूती दी जाए।”