10’x10’ फुट के कमरे से निकलकर सरकारी अधिकारी बनने तक। हेमचंद्र के लिए सपनों की राह आसान नहीं थी। उन्होने छोटी उम्र में ही अपने पिता को खो दिया। जिसकी वजह से उनकी मां ने घर की ज़िम्मेदारी संभाली।
हेमचंद्र एक छोटे से घर में रहते थे। जिसके चलते वो अपने परिवार के हालात बदलना चाहते थे। इसके लिए हेमचंद्र ने खूब पढ़ाई की और एक नामी University में एडमिशन लिया। अपनी ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद हेमचंद्र ने सरकारी नौकरी की तैयारी करना शुरु किया और अपनी मेहनत के दम पर जॉब हासिल की। पर हेमचंद्र के सपनों की भूख बड़ी थी और उन्होनें UKPSC के परीक्षा को crack कर Assistant Director Agriculture का पद हासिल किया।