ताई ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जम्मू-कश्मीर और मणिपुर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के विशेष शक्ति अधिनियम 1958 को वापस लेने की बात कही है, जबकि इन्हीं के प्रधानमंत्री ने कहा था कि सेना के विशेषाधिकार को वापस नहीं ले सकते हैं.