कुमाऊं में बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। ओले पड़ने से सबसे अधिक नुकसान गेहूं की फसल व फलों को पहुंचा है। पहले ही सूखे की मार से परेशान किसानों को ओलावृष्टि व बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है।
चम्पावत जिले में लोहाघाट, पाटी, बाराकोट और अन्य इलाक़ों में हुई ओलावृष्टि से फसलों के साथ ही फलों को भी नुकसान पहुंचा है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में रात भर बारिश से जगह-जगह जल भराव हो गया है। ओले पड़ने से सबसे अधिक नुकसान गेहूं की खेती को पहुंचा है। कई स्थानों को गेहूं की खेती तैयार है। यह फसल ओले पड़ने से नष्ट हो चुकी है।
पिथौरागढ जिले के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। मुनस्यारी के कई हिस्सों में भारी बारिश से तापमान में काफी गिरावट आ गई है।
अल्मोड़ा में गुरुवार की देर शाम मौसम ने एक बार फिर अपना मिजाज बदल दिया। पहले तेज अंधड़ और फिर तेज बारिश के बाद मौसम काफी ठंडा हो गया। जिले के भिकियासैंण, देघाट और स्याल्दे क्षेत्र में जमकर ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि के बाद से जिले के किसानों और फल उत्पादन से जुड़े लोगों को मायूसी हाथ लगी है। किसानों का कहना है कि भारी ओलावृष्टि से जहां गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। वहीं आम के पेड़ों पर आ रहे बौर भी नष्ट हो गए हैं। बागवानी संघ के अध्यक्ष प्रेम गिरि गोस्वामी ने कहा है कि मौसम के बदलते मिजाज का असर इस बार उत्पादन पर विपरीत असर डाल सकता है।