बांग्ला श्रावण पर पहले सोमवार को कांवरियों व श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही जुटनी शुरू हो गई थी। देर रात से कई दर्शन के लिए कई किलोमीटर की कतार लगी थी। बांग्ला पंचांग को माननेवाले लोग संक्रांति के अनुसार ही श्रावण मास मानते हैं। देवघर के लोग भी संक्रांति के अनुसार ही मेला मानते हैं।