नोटबंदी पर आज हंगामे के बीच राज्यसभा में बहस हुई। विपक्ष के सवाल तीखे थे तो वित्त मंत्री अरुण जेटली के जवाब भी उतने ही कड़वे थे। उन्होंने तीखे अंदाज में जवाब विपक्ष को जवाब दिया। जेटली ने कहा कि चर्चा के पहले दिन विपक्ष ने किसी तरह की शर्त नहीं रखी थी। लेकिन दूसरे दिन से विपक्ष की तरफ से इस तरह के प्रस्ताव आने लगे जिससे साफ हो गया कि वो बहस करना ही नहीं चाहते हैं। चर्चा के दौरान महसूस हुआ कि विपक्षी दलों की कोई तैयारी नहीं है, वो लोग सिर्फ अपने अहम को संतुष्ट करने के लिए चाहते हैं कि पीएम बहस में शामिल हों।