नदियों की पवित्रता को चुनौती देते आस्था के पर्व, नदियों के लिए खतरा बन चुके है। लेकिन अब इसका समाधान निकाला है राजस्थान के मूर्ति कलाकारों ने। देश में पर्व के दर्जनों मौके ऐसे आते है जब नदियों की पवित्रता को खतरा पैदा हो जाता है, मूर्ति विसर्जन से नदी में प्रदूषण की मात्रा बढ़ जाती है। इन मूर्तियों को बनाने वाले कलाकारों ने भी नदियों में बढ़ते प्रदूषण को कम करने की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाया है। अब दिल्ली और ग़ाज़ियाबाद के मूर्ति कलाकार कागज और मिटटी से मूर्तिया बनाने लगे है। इन मूर्तियों में प्राकृतिक रंगों का प्रयोग किया जाता है।