सुप्रीम कोर्ट द्वारा सतलुज यमुना नहर (एसवाइएल) पर पंजाब के खिलाफ फैसला दिए जाने के बाद कांग्रेस के सभी 42 विधायकों ने आज इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा सचिवालय के सचिव को सौंप दिया। इससे पहले कांग्रेस विधायक दल की विधानसभा भवन में बैठक हुई ओर इसके बाद वे रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ इस्तीफा सौंपने गए।
अकाली दल ने कैप्टन के इस स्ट्रोक को पॉलिटिकल बताते हुए कहा कि जब इंदिरा गांधी ने एसवाईएल की नींव रखी थी तो कैप्टन खुद साथ में खड़े थे। इस पर कैप्टन अमरिंदर ने जवाब देते हुए कहा कि ये मुद्दा अकालियों द्वारा पंजाब और हरियाणा को अलग-अलग करने से खड़ा हुआ है।