म्मू कश्मीर के उड़ी सेक्टर में आर्मी बेस कैंप पर हुए हमले में बिहार रेजिमेंट के नायक सुनील कुमार विद्यार्थी भी शहीद हो गए। इस वक्त सुनील कुमार के पैतृक गांव बोकनारी में सन्नाटा छाया हुआ है। सुनील की शहादत के बाद उनकी बेटी ने कहा कि हमारे देश की सुरक्षा पर हमला करने वालों को करारा जवाब मिलना चाहिए। मेरे पिता ने देश के लिए जान न्यौछावर कर दिया, उनकी शहादत पर मुझे गर्व है। 40 वर्षीय शहीद सुनील कुमार की वर्ष 1998 में सेना में नौकरी लगी थी। शहीद सुनील कुमार का पार्थिव शरीर अभी गांव नही आया है।