पठानकोट हमले के करीब आठ माह बाद जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में आतंकियों द्वारा सेना मुख्यालय पर किए गए आत्मघाती हमले में 17 जवान भी शहीद हो गए हैं। इन जवानों की मौत सेना द्वारा आतंकियों को खत्म करने के लिए फैंके गए बम से वहां अस्थाई तौर पर जवानों के लिए लगाए गए टैंटों में आग लगने की वजह से हुई है।