पिनान. इन दिनों कोहरे के आगोश में छिपी सडक़ों पर वाहनों का दौडऩा मुश्किल बना हुआ है। स्टेट हाईवे से नेशनल हाईवे में बदला अलवर-करौली का हाईवे सुविधाओं के अभाव में हादसे का हाईवे बनता जा रहा है। जानकारी के अनुसार हाइवे के जंक्शन पॉइंट व घनी आबादी क्षेत्रों में जेब्रा क्रॉङ्क्षसग व संकेतक नहीं होने से हर पल हादसे का अंदेशा बना रहता है।
रेडियंस इन्फ्रा के मैनेङ्क्षजग डायरेक्टर नितेश जांगिड़ ने बताया कि इन दिनों घने कोहरे के चलते सडक़ पर कुछ दिखाई नहीं देता। इससे वाहन चलाते समय भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। जबकि इन दिनों सडक़ पर सफेद पट्टी होना बहुत जरूरी है। जिससे वाहन चालक कोहरे में सफेद पट्टी के सहारे से राह पकड़ सके। साथ ही ङ्क्षलक सडक़ पर संकेतक नहीं होने से राह से भटकना पड़ता है। गजेन्द्र ङ्क्षसह जादौन ने बताया कि सडक़ मार्ग के दोनों ओर वृक्षों की लटकती टहनियों से सडक़ की पटरी घिरी रहना भी क्रोङ्क्षसग करते समय हादसे का कारण बन रही है। गौरतलब है कि पिनान में सुपर एक्सप्रेस-वे का क्रोङ्क्षसग होने के कारण अलवर-करौली नेशनल हाईवे पर वाहनों का दबाव रहता है। ऐसे हालातों से अनजान वाहन चालक को रास्ता भटकना भारी पड़ता है। इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक मांगे लाल मीणा का कहना है कि इन दिनों सडक़ पर सफेद पट्टी का होना बहुत जरूरी है। ताकि वाहन चालक पट्टी के सहारे चल सके। विभागीय अधिकारियों के संज्ञान में समस्या बताई जाकर शीघ्र समस्या समाधान कराया जाएगा।