जीएसटी काउंसिल की 55वीं बैठक के लिए स्वर्णनगरी जैसलमेर को एक तरफ दुल्हन की तरह सजाया गया है तो दूसरी ओर शहर के मुख्य मार्गों विशेषकर पार्किंग स्थलों का नजारा पूरी तरह से बदला हुआ नजर आया। रोजमर्रा में जहां स्थानीय व पर्यटकों के वाहनों से लेकर तिपहिया वाहनों से ये स्थल अटे हुए नजर आते हैं, बुधवार को वे कोरोना की पहली लहर के दौरान लगाए गए लॉकडाउन की भांति खुले-खुले दिखाई दिए। इसका नतीजा यह रहा कि ऐतिहासिक सोनार दुर्ग के आगे हमेशा टैक्सियों की चिल्ल-पौं से पूरा वातावरण ध्वनि प्रदूषण से गुंजायमान रहता है, वहां सैलानी बहुत तसल्ली से पैदल आवाजाही कर रहे थे।