चौथकाबरवाड़ा ;सवाईमाधोपुरद्धण् जिले में लीज नहीं होने के बावजूद चौथ का बरवाड़ा तहसील क्षेत्र में हो रहे अवैध बजरी परिवहन को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने ईसरदा.सोलपुर सडक़ को जाम कर दिया। वहीं चौथकाबरवाड़ा के पंचायत समिति सदस्य रामभजन विधूड़ी भी पेट्रोल की बोतल लेकर टंकी पर जा चढ़े। इस दौरान प्रशासन के हाथ.पैर फूल गए। सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने समझाइश कर अवैध परिवहन का स्टॉक की परमीशन रद्द करवाकर अन्य मांगों पर भी आश्वासन देकर पंचायत समिति सदस्य को टंकी से उतारा और आंदोलन को समाप्त करवाया।
सरपंच पुखराज गुर्जर तथा पूर्व सरपंच सरिता सहित ग्रामीणों ने बताया कि जिले में लीज नहीं होने के बावजूद भी दूसरे जिले का ठेकेदार क्षेत्र में बड़ी मात्रा में अवैध बजरी का स्टॉक कर अवैध परिवहन कर रहा है। इसके चलते सडक़ें क्षतिग्रस्त हो रही हैं। लोगों को भी आने.जाने में जाम के कारण परेशान होना पड़ रहा है। क्षेत्र में लगातार बजरी अवैध परिवहन को लेकर उनकी ओर से प्रशासन को लगातार लिखित एवं मौखिक शिकायत की जा रही थी। लेकिन प्रशासन की ओर से ग्रामीणों की सुनवाई नहीं होने के कारण शुक्रवार को ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू कर ईसरदा.सोलपुर सडक़ को जाम कर दिया। इस दौरान ग्रामीण सुबह 5 बजे से शाम 4 बजे तक जाम लगाकर बैठे रहे। इस दौरान पंचायत समिति सदस्य रामभजन विधूड़ी हाथ में पेट्रोल की बोतल लेकर पानी की टंकी पर चढ़ गया। इस दौरान ग्रामीण 11 घंटे तक लगातार हंगामा करते रहे। सूचना पर शाम करीब 4 बजे तहसीलदार नीरज सिंहए पुलिस उपाधीक्षक ग्रामीण पिंटू सिंहए खनिज अभियंता राजेंद्र भट्ट आदि मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को लिखित में स्टॉक रद्द होने की जानकारी दी। साथ ही प्रशासन ने ग्रामीणों की अन्य मांगों को लेकर लिखित में आश्वासन दिया। इसके बाद पंचायत समिति सदस्य टंकी से नीचे उतरा तथा ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया।
......
11 घंटे तक टंकी पर चढ़ा रहा पंचायत समिति सदस्य
क्षेत्र में लीज नहीं होने के बावजूद ईसरदा सोलपुर से बड़ी मात्रा में बजरी के अवैध परिवहन को लेकर नाराज पंचायत समिति सदस्य करीब 11 घंटे तक पानी की टंकी पर चढ़ा रहा। जानकारी के अनुसार अल सुबह ही वह टंकी पर चढ़ गया। इसकी सूचना जैसे ही प्रशासन को लगी तो प्रशासन के हाथ.पैर फूल गए और समझाने का प्रयास किया। लेकिन नहीं माना। शाम 4 बजे जब मांगों पर सहमति बनीए तब युवक टंकी से उतरा।
........
स्टॉक किया रद्द
खनिज अभियंता राजेंद्र भट्ट ने बताया कि लोगों की जो मांग थी। उसको पूरी करते हुए पूरी तरह से स्टॉक की परमीशन को रद्द कर दिया है। आगे से इस क्षेत्र में बजरी का अवैध परिवहन नहीं होगा।