केलवा. राजसमंद जिले में हाइवे आठ पर मांडावाड़ा टोल प्लाजा पर देर रात एक सुरक्षाकर्मी की मौत होने के बाद आक्रोशित ग्रामीण शव के साथ टोल प्लाजा कंपनी कार्यालय के गेट पर बैठ गए। ग्रामीणों का आरोप है कि जब तबीयत बिगड़ी, तभी उसे चिकित्सालय पहुंचा दिया जाता, तो मौत नहीं होती। साथ ही मौत होने के बाद भी उसका कोई ख्याल नहीं रखा गया। इस तरह नाराजगी जताते हुए टोल प्लाजा कार्यालय के गेट पर सभी ग्रामीण पहुंच गए। कानून एवं शांति व्यवस्था को लेकर केलवा थाने से पुलिस भी पहुंची। केलवा थाना प्रभारी लक्ष्मणराम विश्नोई ने बताया कि मांडावाड़ा निवासी 40 वर्षीय रायसिंह राठौड़ टोल प्लाजा मांडावाड़ पर ही सुरक्षाकर्मी की नौकरी करता है। वह शाम 4 बजे ड्यूटी पर आया था, करीब साढ़े नौ बजे अचानक तबीयत बिगड़ गई और जी घबराने लगा। इस पर वह कुर्सी पर आराम करने लगा। उसके बाद रात 12 बजे उस शिफ्ट की छुट्टी होकर कार्मिक घर चले गए, लेकिन वह उसी जगह बैठा रह गया। शिफ्ट खत्म होने के बाद भी किसी ने खोज खबर नहीं ली। बाद में आधी रात बाद परिजन व ग्रामीण पहुंचे, तो रायसिंह मृत मिला, तब तक काफी देर हो चुकी थी। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। गांव के बड़ी तादाद में ग्रामवासी एकत्रित हो गए। ग्रामीणों द्वारा टोल कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। फिलहाल मौके पर कानून एवं शांति व्यवस्था को लेकर पुलिस जाब्ता तैनात है।