चेन्नई. तमिलनाडु राज्य एक्सप्रेस परिवहन निगम (एसईटीसी) ने एक मलयाली महिला को कथित तौर पर आधी रात को सरकारी बस में यात्रा करते समय असुरक्षित स्थान पर छोड़े जाने के मामले की जांच शुरू की है। यह कार्रवाई केरल के कोझिकोड की रहने वाली महिला की शिकायत के बाद की गई है। महिला श्रीपेरंबदूर के एक निजी कॉलेज में लेक्चरर के रूप में काम करती है। उसने बताया कि एसईटीसी के कर्मचारियों ने बेंगलूरु से चेन्नई तक की अपनी यात्रा की शुरुआत से ही उसके साथ बुरा व्यवहार किया। हालांकि टिकट की कीमत 420 रुपए थी, लेकिन उसने सही खुले पैसे न होने के कारण 500 रुपए का नोट कंडक्टर को दिया, लेकिन कंडक्टर ने अशिष्टतापूर्वक सही किराया मांगने पर जोर दिया। फिर उसे आधी रात को असुरक्षित स्थान पर उतरने के लिए कहा गया। उसने आरोप लगाया कि उसके कॉलेज के पास उतारने के बार-बार अनुरोध करने के बावजूद ड्राइवर और कंडक्टर ने इनकार कर दिया। उसने आगे कहा कि उसे शाम 6 बजे के बाद महिलाओं के लिए अकेले चलने के लिए असुरक्षित क्षेत्र में छोड़ दिया गया था और जब उसने शिकायत दर्ज करने की बात कहीं तो कर्मचारियों ने उसे चुनौती दी कि वह जो चाहे करे।
कार्रवाई की जाएगी
एसईटीसी के एमडी आर मोहन ने कहा बस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे यात्रियों को अनुरोधित स्थानों पर उतारें, विशेषकर रात में। उन्होंने खुले पैसे की समस्या से बचने के लिए यूपीआई या कार्ड भुगतान का उपयोग करने की भी सिफारिश की।