दुर्ग: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में नगर निगम द्वारा संचालित श्री राधेकृष्ण गौधाम आत्मनिर्भर गौशाला है। इस गौशाला में गोबर और गायों के गोमूत्र से विभिन्न प्रकार की चीजें बनाई जाती हैं। इस आत्मनिर्भर गौशाला में गाय के गोबर से दीपक और विभिन्न प्रकार की मूर्तियां तैयार की जा रही हैं। इन दीयों का ऑर्डर दुर्ग समेत पूरे प्रदेश के साथ-साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान और अयोध्या भी भेजा जा रहा है। इस गौशाला में 500 गाय पाली जाती हैं। आपको बता दें कि गाय के गोबर से तैयार दीपक का पूजा में इस्तेमाल करना काफी शुभ माना जाता है। गाय के गोबर से तैयार दीपक पानी में डूबता नहीं है, साथ ही दीपक जलने के बाद इसका खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
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