♂️ आचार्य प्रशांत से मिलना चाहते हैं?
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: https://acharyaprashant.org/hi/enquir...
आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?
फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?...
~~~~~~~~~~~~~
वीडियो जानकारी: 29.11.2019, अद्वैत बोध शिविर, ग्रेटर नॉएडा, उत्तर प्रदेश, भारत
प्रसंग:
~ अपना सर्वस्व कृष्ण को कैसे अर्पित करें?
~ पैसा कहाँ खर्च करना चाहिए?
~ अपने कर्मफल को कृष्ण को कैसे समर्पित करें?
~ जीवन में क्या कोई कर्म अनिवार्य है?
~ श्रीकृष्ण माने देह रूपी कृष्ण या कुछ और?
मयि सर्वाणि कर्माणि सन्नयस्याध्यात्मचेतसा ।
निराशीर्निर्ममो भूत्वा युध्यस्व विगतज्वरः ॥
भावार्थ : मुझ अन्तर्यामी परमात्मा में लगे हुए चित्त द्वारा सम्पूर्ण कर्मों को मुझमें अर्पण करके आशारहित, ममतारहित और सन्तापरहित होकर युद्ध कर ॥
~ भगवद्गीता, अध्याय ३, श्लोक ३०
संगीत: मिलिंद दाते
~~~~~~~~~~~~~