जैसलमेर की गीता आश्रम बस्ती के एक भूखंड पर नगरपरिषद के अतिक्रमण हटाओ दस्ते की कार्रवाई के विरोध में सोमवार को जमकर बवाल मचा। जिस परिवार को भूखंड से हटाया गया, उसके महिला-पुरुष सदस्यों ने पहले कार्रवाई का विरोध किया और बाद में इसी परिवार का एक सदस्य पास में स्थित एक टावर पर चढ़ गया, जिसे उतारने में पुलिस व नगरपरिषद सहित अन्य अमले को खासी मशक्कत करनी पड़ी। विरोध करते हुए महिलाओं और पुरुषों की पुलिस व परिषद के अमले से कई बार बहस हुई। नगरपरिषद सूत्रों ने बताया कि गीता आश्रम चौराहा के पास मुख्य सडक़ पर स्थित एक भूखंड पर भंवरूराम का वर्षों पुराना कब्जा है, जबकि मोहिनी देवी ने इस कब्जे के खिलाफ न्यायालय की शरण ली। जैसलमेर न्यायालय में मोहिनी देवी के पक्ष में फैसला आया, जिसे भंवरूराम ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी। उच्च न्यायालय ने मामले की सुनवाई करते हुए पहले स्टे जारी किया था, लेकिन बाद में न्यायालय ने मोहिनी देवी के पक्ष में फैसला सुनाते हुए नगरपरिषद प्रशासन को आदेशित किया कि भंवरूराम के कब्जे वाले भूखंड को खाली करवाया जाए।