प्रतापगढ़. पशु विभाग की ओर से बुधवार को 1962 वेन की सुविधा शुरू की है, जो पशुपालकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस सुविधा का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पशु स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना और किसानों को उनकी पशुओं की देखभाल में सहायता प्रदान करना है। जिला कलक्टर डॉ अंजली राजोरिया ने मिनी सचिवालय में सभी वाहनों को रवाना किया। जिले में 10 वाहन मिले हंै। जिसमे धमोतर में एक, सुहागपुरा में एक, प्रतापगढ़ शहर में एक, छोटीसादडी में दो, अरनोद में एक, दलोट में एक ओर पीपलखूंट में एक व धरियावद में दो पशु वाहन 1962 की सुविधा उपलब्ध हुई है। कॉल सेंटर के माध्यम से पशु पालकों को सुविधा मिलेगी। यह वेन विशेष रूप से पशुओं की चिकित्सा, टीकाकरण और अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उपलब्ध होगी। विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह कदम न केवल पशुपालकों के लिए सहायक होगा, बल्कि इससे क्षेत्र में पशुधन के स्वास्थ्य में भी सुधार होगा। पशु पालकों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य पशुपालकों को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है, जिससे उनके पशुओं की सेहत में सुधार हो सके। यह सुविधा किसानों के लिए नि:शुल्क होगी, और इससे क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी मदद मिलेगी। पशुपालकों से अपील की गई है कि वे इस सुविधा का लाभ उठाएं और अपने पशुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।