राहुल गांधी ने अमेरिका में बयान देते हुए कहा कि भारत, अमेरिका और पश्चिम के अन्य देश बेरोजगारी की समस्या का सामना कर रहे हैं जबकि चीन में ऐसा नहीं है, क्योंकि वह वैश्विक उत्पादन पर हावी हो रहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राहुल गांधी जी को बताना चाहिए कि वो चीन के साथ हैं या भारत के साथ हैं अगर उन्हें चीन की नीतियां इतनी अच्छी लगती हैं तो वह चीन में जाकर राजनीति करें, मैं बड़ी सोच के साथ कहना चाहता हूं, मैं बड़ा हैरान हूं कि ओवैसी भी जब देश के बाहर जाते हैं तो देश के साथ खड़े रहते हैं, देश का विरोध कभी नहीं करते लेकिन राहुल गांधी ऐसे हैं जो देश के बाहर जाकर देश के खिलाफ बोलते हैं। राहुल गांधी के देवता शब्द का अर्थ बताने पर आचार्य ने कहा कि राहुल गांधी को यह भी बताना चाहिए कि उनकी नजरों में देवता की जो परिभाषा है उसमें सबसे ज्यादा कौन फिट बैठते हैं, राहुल गांधी जी को क्या खुद लगता है कि वह दिव्य पुरुष हैं, खुद को देवता मानने लगे हैं ? अगर राहुल गांधी जी खुद को देवता मानने लगे हैं तो बताएं कौन से भगवान के अवतार हैं ? हमारे पुराणों में लिखा है नौ अवतार हो चुके हैं।