हवस और हिंसा रोकने के लिए ये सज़ा दो || आचार्य प्रशांत, बातचीत (2024)

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वीडियो जानकारी: 21.08.24, प्रश्नोत्तरी सत्र, गोवा

प्रसंग:
लड़कियों को सतर्क रहने की ज़रूरत: समाज में क्या बदलाव लाना चाहिए?
लड़कियों के शोषण की सच्चाई: समाज की सोच और सजा
क्यों लड़कियों को बॉडी कॉन्सियस होना पड़ता है?
लड़कियों के खिलाफ शोषण: क्या है समाज की जिम्मेदारी?
लड़कियों की सुरक्षा: समाज और मीडिया की भूमिका
क्या लड़कियों का शोषण रोकने के लिए समाज में बदलाव की ज़रूरत है?
लड़कियों की सुरक्षा: पुरानी सोच और आधुनिक समाज
लड़कियों की देह पर हमले: समाज में सुधार की ज़रूरत
लड़कियों की सुरक्षा और समाज की जिम्मेदारी: एक विश्लेषण
लड़कियों को बॉडी कॉन्सियस बनाने वाली सोच: समाज की जिम्मेदारी

संगीत: मिलिंद दाते
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