मंदिर में चोरी का पर्दाफाश तीन आरोपी गिरफ्तार,
देवगढ़. दिवेर पुलिस ने दो दिन पूर्व छापली में स्थित श्री उडेश्वर महादेव मंदिर में हुई चोरी का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे चोरी किए रुपए बरामद कर घटना में प्रयुक्त वाहन जब्ब्कर लिया है। पुलिस उपाधीक्षक भीम पारस चौधरी ने बताया की दिवेर थाने में 29 जुलाई को भीमराज लोहार निवासी डुगवास ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि छापली में स्थित श्री उडेश्वर महादेव मंदिर में 19 जुलाई की रात रात्रि को मंदिर के सामने लगे दान पात्र की पेटी तोड़कर अज्ञात चोरों ने चोरी की। 22 जुलाई को भी ऐसा ही प्रयास किया गया। 28 जुलाई की रात्रि में चोरों ने दूसरे दान पात्र को भी तोड़कर उसमें रखे 20 हजार रुपए चोरी कर लिए। रिपोर्ट पर दिवेर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच एएसआई विरेन्द्र कुमार को सौंपी गई। थानाधिकारी भवानीशंकर द्वारा मंदिर में चोरी की वारदात का खुलासा करने के लिए विशेष टीम गठित की। जिसमें दिवेर थानाधिकारी सहित एएसआई विरेन्द्र कुमार, बालुराम, हैडकांस्टेबल शिवसिंह, कांस्टेबल अनिलकुमार, रमेश कुमार, जयनारायण, जैयन, रगंलाल, समर्थीलाल एवं सुरेन्द्र कुमार को शामिल किया गया। टीम ने आरोपियों की तलाश शुरू की। आस-पास के लोगों व मुखबिर से सम्पर्क कर उक्त वारदात में शामिल आरोपियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। साथ ही थाना क्षेत्र व आस-पास के क्षेत्रों में पूर्व में हुई चोरियों में शामिल आरोपियों से पूछताछ की। अनुसंधान से बजेतो की गुवार निवासी मनोहरसिंह, मालजी का छपरा निवासी हेमेन्द्रसिंह उर्फ हेमसिंह व चांदेला की गुवार निवासी चेतनसिंह की भूमिका संदिग्ध पाई गई। पुलिस ने तीनों की छापली, बाघाना, बरजाल, कामलीघाट, देवगढ में लगातार तलाश की गई। मंगलवार को आरोपी मनोहरसिंह, हेमेन्द्रसिंह उर्फ हेमसिंह व चेतनसिंह के कामलीघाट की तरफ जाने की सूचना मिली। पुलिस ने तीनों आरोपियों को घेरा डालकर पकड़ लिया और आरोपियों से पूछताछत की।
त्रिशूल से तोड़ा दानपात्र
दिवेर थानाधिकारी भवानीशंकर ने बताया की पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने मन्दिर में घुसकर दो दानपात्रों को मंदिर में ही पडे त्रिशुल की सहायता से तोडकर उनमें रखी राशि चुराने की बात कबूल कर ली। इस पर पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच के दौरान आरोपियों के कब्जे से चोरी किए रुपए बरामद कर घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली है। आरोपियों से अन्य वारदातों को लेकर भी पूछताछ की जा रही है। जिससे और खुलासे होने की संभावना है।
वारदात का तरीका
अनुसंधान के दौरान जानकारी में आया कि चोरी के आरोपी आदतन शराबी हैं। वे सुनसान जगहों की रैकी करते हैं और फिर मौका पाकर चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। चोरी किए के रूपयों से मौज-मस्ती करते हैं। उडेश्वर मंदिर में चोरी से पूर्व आरोपियों ने जंगल में शराब पार्टी की और इसके बाद वारदात की।