बरेली के इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आइएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कांवड़ यात्रा में सरकार पर नेमप्लेट, सड़क पर नमाज, अयोध्या राम मंदिर के अलावा कई मुद्दों पर खुलकर अपनी नाराजगी जताई। हालिया दिनों में हिंदू युवक युवतियों के सामूहिक धर्म परिवर्तन कार्यक्रम को लेकर पैदा हुए विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए मौलाना ने कहा कि यह बात मैं कई बार बता चुका हूं कि मैंने कई साल से पाबंदी लगाई हुई है कि कोई भी प्यार-मोहब्बत के मामले में या फिर किसी लालच के मामले में अगर मुसलमान बनना चाहता है तो फिर उसे मुसलमान नहीं बनाया जाएगा। हमने पाबंदी लगाई हुई है, ऐसा कोई मुसलमान नहीं बनाया जाएगा। मैंने पिछले दिनों जो कहा था कि पांच लोगों का निकाह कराया जाएगा। मैंने पांच जोड़े के निकाह की अनुमति मांगी थी। मैंने कानून अपने हाथ में नहीं लिया। वो भी धर्म परिवर्तन नहीं करना था, बल्कि जो पहले से धर्म परिवर्तन कर चुके हैं। यह देखना प्रशासन का काम है। तो वो लोग जो मुसलमान हो गए मुसलमान होने के बाद जो हरामकारी हो रही है, लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे हैं। मैं समझता हूं कि हिंदू भी इसको पसंद नहीं करता होगा कि बिना फेरों के बिना शादी के लड़का और लड़की एक-साथ रहे। हमारे यहां इसे सख्त हराम समझा जाता है। मैंने कहा जो लोग मुसलमान हो चुके हैं और इस किस्म की हरकत कर रहे हैं तो उन्हें लीगलाइज किया जाए। शरीयत के मुताबिक इनका निकाह होना चाहिए। मैंने सिर्फ निकाह की बात कही थी, धर्म परिवर्तन की बात नहीं की। धर्म परिवर्तन पहले उनका हो चुका है।
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