कलयुग का श्रवण हरिद्वार से गंगाजल के साथ अपने माता-पिता को अपने कंधों पर लेकर मुज़फ्फरनगर पहुंचा। बिट्टू गुर्जर ने बताया कि उनका सपना था कि जिस तरह त्रेता युग मे एक श्रवण कुमार ने अपने अंधे माता पिता को तीर्थ यात्रा कराई थी उसी प्रकार मैं भी हरिद्वार से गंगा जल के साथ अपने माता-पिता को लेकर चला हूं। मेरठ निवासी बिट्टू गुर्जर की यात्रा 180 किलोमीटर लंबी है। कलयुग के श्रवण के माता-पिता राजेश देवी और रणवीर ने उनकी तारीफ की।